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मल्लिकार्जुन खड़गे का दृष्टिकोण और आरोप
mallikarjun-kharge का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी के वादों में अधिकतर अधूरे रह जाते हैं। उन्होंने मोदी के 2014 के वादों का उल्लेख करते हुए कहा कि 2 करोड़ नौकरियों का वादा, हर भारतीय के बैंक खाते में 15 लाख रुपये जमा करने का वादा और काले धन की वापसी की घोषणा जैसी बातें आज भी अधूरी हैं। खड़गे का यह भी आरोप है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में बेरोजगारी और महंगाई बढ़ी है, और आम लोगों की मुश्किलें कम होने की बजाय बढ़ी हैं।
खड़गे ने पीएम मोदी की “अच्छे दिन” वाली योजना को भी एक “जुमला” करार दिया और कहा कि जनता अब इन बातों से प्रभावित नहीं होती। उनका यह बयान कांग्रेस की ओर से एक स्पष्ट संदेश है कि वे बीजेपी के खिलाफ अपने चुनावी अभियान में आक्रामक रुख अपनाएंगे। खड़गे का मानना है कि पीएम मोदी के शासन में आम जनता को वादों के सिवाय कुछ ठोस नहीं मिला है, और वे केवल चुनावी लाभ के लिए बड़ी-बड़ी घोषणाएँ करते हैं।
पीएम मोदी की प्रतिक्रिया और कांग्रेस पर आरोप
प्रधानमंत्री मोदी ने खड़गे की आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस खुद भी अपने वादों को पूरा करने में नाकाम रही है। उन्होंने कांग्रेस पर भ्रष्टाचार, वंशवाद, और विकास में देरी के आरोप लगाए। मोदी ने यह भी कहा कि कांग्रेस का शासनकाल घोटालों और आर्थिक अनियमितताओं से भरा रहा है, जो भारत के विकास को बाधित करने वाले मुख्य कारण थे। प्रधानमंत्री का मानना है कि कांग्रेस अपने पिछले शासनकाल की विफलताओं से लोगों का ध्यान हटाने के लिए भाजपा पर इस तरह के आरोप लगा रही है।
मोदी का यह भी कहना है कि उनकी सरकार ने कई योजनाओं के माध्यम से देश के हर क्षेत्र में विकास कार्य किए हैं, जिनमें डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया, और स्वच्छ भारत अभियान शामिल हैं। उनका दावा है कि इन योजनाओं से न केवल रोजगार के अवसर बढ़े हैं, बल्कि समाज के हर तबके को लाभ हुआ है। मोदी का यह मानना है कि कांग्रेस केवल नकारात्मकता फैला रही है, जबकि भाजपा सरकार वास्तविक विकास और जनता की सेवा में लगी हुई है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का समर्थन
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस विवाद में खड़गे का समर्थन करते हुए प्रधानमंत्री को चुनौती दी है कि वे इस बहस का तार्किक अंत करें। सिद्धारमैया का मानना है कि कांग्रेस की सरकार ने कर्नाटक में कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत की है, जबकि मोदी की आलोचनाएँ केवल राजनीति से प्रेरित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी केवल वादों के माध्यम से जनता को प्रभावित करना चाहती है, जबकि कांग्रेस सरकार का उद्देश्य जनता की सेवा करना है।
सिद्धारमैया ने पीएम मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि अगर बीजेपी के पास कर्नाटक में विकास का कोई ठोस प्रमाण है, तो वे जनता के सामने पेश करें। उनका मानना है कि कांग्रेस द्वारा शुरू की गई योजनाएं जैसे कि स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार, असली विकास का प्रतीक हैं। सिद्धारमैया का कहना है कि भाजपा केवल चुनावी लाभ के लिए बड़े-बड़े वादे करती है, जिनमें से ज्यादातर को लागू नहीं किया जाता।
खड़गे और कांग्रेस का चुनावी रणनीति
मल्लिकार्जुन खड़गे के इस आक्रामक रुख से यह साफ होता है कि कांग्रेस आगामी चुनावों में बीजेपी के खिलाफ जोरदार अभियान चलाने की योजना बना रही है। कांग्रेस का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने अपने वादों को पूरा करने में असफलता पाई है, और कांग्रेस इसे अपने पक्ष में भुनाना चाहती है। खड़गे ने अपने बयान में यह संकेत दिया है कि कांग्रेस अब केवल रक्षात्मक नहीं रहेगी, बल्कि बीजेपी की नीतियों और उनके कार्यकाल की कमियों को जनता के सामने उजागर करेगी।
खड़गे का यह भी कहना है कि कांग्रेस की सरकारें राज्य स्तर पर सफलतापूर्वक कार्य कर रही हैं और भाजपा के खिलाफ उनकी लड़ाई केवल राजनीतिक नहीं है, बल्कि विकास की वास्तविकता और जनता के मुद्दों पर आधारित है। कांग्रेस के इस नए रुख का उद्देश्य बीजेपी की कथनी और करनी में अंतर को उजागर करना है, ताकि जनता भाजपा की योजनाओं और वादों को सही तरीके से समझ सके।
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